रविवार, 17 जून 2018

पापा

                       ✍पापा ✍

शायद हो गया होगा, सभी ने *happy Father's day* वाले पोस्ट share किये।किसी ने photo share की तो किसी ने खुबिया।
पर मेरे पापा किसी पोस्ट के मोहताज नही।
हम बता कर या जता कर ये साबित नही कर सकते कि हम उनसे कितना प्यार करते हैं।

मुझे अभी भी याद है, मेरी नामुमकिन ज़िद्द के आगे मैंने उन्हें झुकते देखा हु।

दुनिया से अकेले ही संघर्ष करते देखा हु।

सभी के सामने मुस्कुराते पर अकेले कही मैने उन्हें रोते देखा हु।

बहोत बड़ा दिल होता है, उनका बच्चों की जरूरत के आगे मैंने उन्हें लाचार देखा हु।

सभी को माँ ही पसंद है, 

क्यों कि वो उनके लाडले होते है।

पर बाप को बोहोत कम ही समझ पाते है, क्यों कि वो डाटते है, हमेशा फुटकारते है, पर उसके पीछे के फिक्र को नही जान पाते।

असलीयत में तो जब जब पापा मेरे पीछे मज़ाक़ से भी डंडा ले कर दौड़ते है, न तब बाप बाप होता है, समझ मे आता है।

ना मोल है इनका

बहोत ही अनमोल है।

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